मकर संक्रांति: दान-पुण्य का पर्व
मकर संक्रांति हर साल सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने पर मनाया जाता है। इस साल 2025 में यह पावन पर्व 14 जनवरी को मनाया जाएगा। यह पर्व दान, धर्म और शुभ कर्मों के लिए विशेष महत्व रखता है। हिंदू धर्म के अनुसार, मकर संक्रांति पर दान करने से कई गुना पुण्य की प्राप्ति होती है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि मकर संक्रांति पर कुछ वस्तुओं का दान अशुभ फल भी दे सकता है? आइए जानते हैं कि इस दिन कौन-कौन सी चीजें दान करना शुभ है और किन चीजों से बचना चाहिए।
मकर संक्रांति पर दान करने योग्य वस्तुएं:
- तिल और गुड़ का दान:
- तिल को शुद्धता और शांति का प्रतीक माना गया है। मकर संक्रांति पर तिल का दान करने से स्वास्थ्य लाभ मिलता है।
- गुड़ का दान आपकी कुंडली में सूर्य की स्थिति को मजबूत करता है और मधुरता व सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देता है।
- तिल और गुड़ के लड्डू का दान शनि और सूर्य दोष को दूर करने में मदद करता है।
- अनाज और खिचड़ी का दान:
- गरीबों और जरूरतमंदों को चावल, गेहूं, दाल, बाजरा और उड़द जैसी चीजें दान करना शुभ माना गया है।
- इस दिन खिचड़ी का दान करना विशेष पुण्यकारी होता है।
- कंबल और वस्त्र:
- ठंड के मौसम को ध्यान में रखते हुए कंबल और ऊनी वस्त्र दान करना बेहद पुण्यकारी है।
- गरीब और जरूरतमंदों को कपड़े दान करने से उनकी समस्याओं में राहत मिलती है और दानकर्ता को पुण्य की प्राप्ति होती है।
- धातु के पात्र:
- तांबे, चांदी और सोने जैसे धातु के बर्तन या अन्य सामान का दान करने से व्यक्ति की समृद्धि बढ़ती है।
- गौदान (गाय का दान):
- गाय का दान हिंदू धर्म में सर्वोच्च पुण्य कर्म माना गया है।
- यदि गाय दान करना संभव न हो, तो गौशाला में चारा या धन का दान करना भी उतना ही फलदायी होता है।
मकर संक्रांति पर क्या दान नहीं करना चाहिए:
- टूटी हुई वस्तुएं:
- इस दिन टूटे हुए बर्तन, कपड़े या अन्य वस्तुएं दान नहीं करनी चाहिए। यह अशुद्धता और अपूर्णता का प्रतीक है, जो नकारात्मक ऊर्जा का कारण बन सकती है।
- पुरानी और बेकार चीजें:
- पुराने, फटे हुए कपड़े या खराब सामान का दान अशुभ माना गया है। दान में हमेशा साफ-सुथरी और उपयोगी वस्तुएं ही दें।
- तामसिक भोजन:
- मांस, मदिरा और तामसिक भोजन का दान मकर संक्रांति के शुभ प्रभाव को नकारात्मक कर सकता है।
- यह पर्व सात्विकता और पवित्रता का प्रतीक है, इसलिए तामसिक चीजों से दूर रहें।
- काले रंग की वस्तुएं:
- काले रंग के वस्त्र या अन्य वस्तुएं दान करने से बचें। यह रंग शनि ग्रह और नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है।
- गंदा या अशुद्ध जल:
- गंदे पानी का दान अशुद्धता का प्रतीक है। हमेशा पवित्र और साफ जल का उपयोग करें।
- लोहे की वस्तुएं:
- लोहे की वस्तुएं जैसे छड़ी, बर्तन आदि दान करने से बचें। इसके बजाय तांबे या पीतल की वस्तुएं दान करें।
- अधूरी सामग्री:
- अधूरी सामग्री जैसे केवल एक जोड़ी कपड़े या अधूरी वस्तुएं दान करने से बचें। यह असंतुलन और अशुभता का प्रतीक हो सकता है।
मकर संक्रांति पर दान के फायदे:
मकर संक्रांति पर सही वस्तुओं का दान करने से जीवन में सुख, समृद्धि और शांति आती है। यह दिन केवल भौतिक सुखों की प्राप्ति के लिए नहीं, बल्कि आत्मा की शुद्धता और पापों के नाश का भी अवसर है।
मकर संक्रांति का पर्व दान और धर्म का प्रतीक है। इस दिन दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है, लेकिन सही वस्तुओं का चयन करना आवश्यक है। सही वस्तुओं का दान जीवन में सकारात्मकता और समृद्धि लाता है, जबकि अशुभ वस्तुओं का दान नकारात्मक परिणाम दे सकता है।