हिन्दू धर्म में दीपक जलाने का विशेष महत्व है। दीपक न केवल पूजा का एक अभिन्न अंग है, बल्कि यह सकारात्मक ऊर्जा और दिव्य प्रकाश का प्रतीक भी माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अलग-अलग देवताओं को अलग-अलग प्रकार के दीपक प्रिय होते हैं? कुछ देवता घी के दीपक से प्रसन्न होते हैं, तो कुछ तेल के दीपक से। आइए, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
घी का दीपक: महत्व और देवता
घी का दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है। यह धन, वैभव और सुख-समृद्धि को आकर्षित करता है। साथ ही, यह पितृ दोष, कालसर्प दोष और राहु-केतु दोष को शांत करने में भी सहायक होता है।
किन देवताओं को घी का दीपक प्रिय है?
- भगवान विष्णु: विष्णु जी को घी का दीपक अत्यंत प्रिय है। यह उनकी कृपा प्राप्त करने का सरल उपाय है।
- माँ लक्ष्मी: धन और समृद्धि की देवी माँ लक्ष्मी को घी का दीपक जलाने से घर में धन का आगमन होता है।
- भगवान शिव: शिव जी को घी का दीपक जलाने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
- श्री राम और श्री कृष्ण: इन दोनों भगवानों को घी का दीपक जलाने से आध्यात्मिक शांति मिलती है।
- गणेश जी: गणेश जी को घी का दीपक जलाने से विघ्न-बाधाएं दूर होती हैं।
- सूर्य देव: सूर्य देव को घी का दीपक जलाने से स्वास्थ्य और ऊर्जा में वृद्धि होती है।
- माँ दुर्गा और सरस्वती: इन देवियों को घी का दीपक जलाने से शक्ति और ज्ञान की प्राप्ति होती है।
घी के दीपक के लिए सावधानियाँ:
- गाय के शुद्ध घी का उपयोग करें।
- रुई की बाती का प्रयोग करें।
- दीपक को पूर्व या उत्तर दिशा में रखें। दक्षिणमुखी दीपक जलाना अशुभ माना जाता है।
तेल का दीपक: महत्व और देवता
तेल का दीपक जलाने से नकारात्मक ऊर्जा और तांत्रिक प्रभावों से रक्षा होती है। यह ग्रह दोष, शनि दोष और राहु-केतु के अशुभ प्रभावों को शांत करता है।
किन देवताओं को तेल का दीपक प्रिय है?
- भगवान हनुमान: हनुमान जी को सरसों के तेल का दीपक जलाने से शक्ति और साहस की प्राप्ति होती है।
- शनि देव: शनि देव को सरसों के तेल का दीपक जलाने से शनि के अशुभ प्रभाव कम होते हैं।
- काल भैरव: काल भैरव को तिल के तेल का दीपक जलाने से भय और बाधाएं दूर होती हैं।
- काली माता और महावीर: इन तांत्रिक देवताओं को तेल का दीपक जलाने से सुरक्षा और विजय प्राप्त होती है।
तेल के दीपक के लिए सावधानियाँ:
- शनि या भैरव देव के लिए जलाया गया दीपक पूजा स्थान के बाहर या मंदिर में जलाएं।
- रात में जलाए गए दीपक को बिना बुझाए स्वयं बुझने दें।
दीपक जलाने के सामान्य नियम
- शुद्ध भावना: दीपक जलाते समय मन में शुद्ध भावना और श्रद्धा होनी चाहिए।
- एक प्रकार का दीपक: पूजा स्थल पर एक ही प्रकार का दीपक जलाएं। यदि घी का दीपक जलाया है, तो तेल का दीपक न जलाएं।
- दिशा का ध्यान: दीपक को पूर्व या उत्तर दिशा में रखें। दक्षिण दिशा में दीपक जलाना अशुभ माना जाता है।
- बाती का चयन: रुई की बाती का उपयोग करें, क्योंकि यह शुद्ध और प्राकृतिक होती है।
दीपक जलाने के फायदे
- सकारात्मक ऊर्जा: दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- देवी-देवताओं की कृपा: दीपक जलाने से देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है।
- ग्रह दोष शांति: दीपक जलाने से ग्रह दोष और नकारात्मक प्रभावों से मुक्ति मिलती है।
- मानसिक शांति: दीपक का प्रकाश मन को शांति और आनंद प्रदान करता है।
दीपक जलाना न केवल एक धार्मिक क्रिया है, बल्कि यह हमारे जीवन में सकारात्मकता और दिव्य प्रकाश लाने का सरल उपाय भी है। घी और तेल के दीपक का सही उपयोग करके हम देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त कर सकते हैं और अपने जीवन को सुखमय बना सकते हैं।
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